#Turkey #Erdogan #Islam
3 मार्च 1924 को ख़िलाफ़त का अंत होते ही वर्तमान समय के तुर्की का जन्म हुआ है कमाल अतातुर्क ने तमाम ऐसे कानून बनायें थे जो इस्लाम का दमन कर रहे थे ,मुल्क में मदरसे बंद कर दियें गये थे ,मज़हबी पहनावे पे पाबंदी थी ,अज़ान को अरबी से टर्किश में देना अनिवार्य कर दिया गया था .
लेकिन अतातुर्क के जाने के काफी समय बाद रेसेप तय्यिप एरडोगन तुर्की में एक मजबूत नेता बन कर उभरते है उनके शासन में तुर्की का इस्लामीकरण तेज़ी से हुआ है .
इन सात वजहों से माना जा रहा है कि तुर्की में इस हुकुमत ने इस्लामीकरण तेज़ी से किया है .
1-मस्जिदों का निर्माण
2002 से 2013 के बीच एरडोगन हुकुमत में 17,000 मस्जिदे सरकार द्वारा बनवाई गयी उसके बाद ये संख्या दुगनी कर दी गयी .ओटोमन एम्पायर की समय की मस्जिदों की मरम्मत भी सरकार ने करवाई .
2-हिजाब से प्रतिबंध हटाया गया
एरडोगन सरकार ने देश में लगे हिजाब से प्रतिबंध को हटा दिया ,नवम्बर 2015 को देश में पहली बार कोई महिला जज हिजाब पहने नज़र आई ,अगस्त 2015 को अय्सेन गुर्कां पहली हिजाब पहनने वाली महिला मिनिस्टर बनी .
3-इमाम की ट्रेंनिंग देने वाले स्कूल में दस गुना दाखिले हुयें
तुर्की में इमाम हातिप स्कूल मज़हबी तालीम और इमामत सिखाने वाला इदारा है .अतातुर्क ने मदरसे बंद करके इसकी स्थापना की थी .2002 में इन स्कूलो में 65000 छात्र थे जो अब 700000 को पार कर गया .
4-मज़हबी तालीम को अनिवार्य बनाना
तुर्किश स्कूलो में मज़हब की तालीम ज़रूरी करार देने से मुल्क में इस्लाम फला फुला है ,पैगम्बर मुहम्मद की जीवनी और कुरान को पडाया जा रहा है
नास्तिको के आपत्ति जताने पे प्रेसिडेंट एरडोगन ने कुछ इस तरह जावाब दिया .
“हम मज़हबी नौज़वान चाहते है , क्या आप उम्मीद करते है कि AK पार्टी आने वाली पीड़ी को नास्तिक बनाएगी ,ये आप का मिशन होगा लेकिन हमारा ये मिशन नही है . हम संकीर्ण है और देश में आने वाली पीड़ी को लोकतान्त्रिक और धार्मिक बनाना चाहते है जो कि नैतिक मूल्यों वाली हो ”
5 कुरान पढ़ने की बाध्यता समाप्त करना
अतातुर्क ने तुर्की में कुरान पढ़ने के लियें कम से कम बाराह साल की उम्र तय कर दी थी अब इस नियम को खत्म कर दिया गया है जिससे बच्चो के कुरान पड़ने का रास्ता साफ़ हो गया .
6.शराब की बिक्री सरकारी जगहों / मज़हबी स्थलों पर बंद कर दी गया .
जिस देश में शराब बिक्री आम हो गयी थी वहां पे जस्टिस और डेवलपमेंट पार्टी की सरकार ने एक बिल द्वारा स्कूल ,मस्जिद और सरकारी कार्यालयों के अलावा पब्लिस स्थानों पे शराब की बिर्करी पे बैन लगा दी गयी .रात में दस बजे के बाद सभी स्थानों पे बैन लगा दिया गया है .
7- इस्लामिक बैंकिंग –
इस्लामिक बैंकिंग को तुर्की में आम किया जा रहा है जिरात इस्लामिक बैंक जोकि देश में लांच किया जा चुका है 2018 तक 170 ब्रांच खोलने की उम्मीद ज़तायी जा रही है .
तुर्किश प्रेसिडेंट एरडोगन ने अपनी एक स्पीच में ब्याज वाले बैंकिंग सिस्टम को गलत बताया और इस्लामिक बैकिंग के फायदे गियाने .
अगर आज तुर्की मे दुबारा से इस्लाम ज़िंदा है या तुर्की मे एक इस्लामपसंद पार्टी होकूमत कर रही है तो वो सिर्फ़ और सिर्फ़ एक मर्दे मोजाहिद के कारण जिसने पूरी ज़िंदगी संघर्ष किया और इस्लाम व मुसलमानो के लिये अपनी ज़िंदगी का अधिकतर वक़्त जेल मे गुज़ारा जोके शैख़ अहमद सिरहिन्दी{रह.} से बहुत अधिक प्रभावित थे इनका नाम है शैख़ बदीउज़्ज़मा सईद नूर्सी {रह.}
#We_Stand_with_Erdogan
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